INTERNATIONAL JOURNAL OF SCIENTIFIC DEVELOPMENT AND RESEARCH International Peer Reviewed & Refereed Journals, Open Access Journal ISSN Approved Journal No: 2455-2631 | Impact factor: 8.15 | ESTD Year: 2016
open access , Peer-reviewed, and Refereed Journals, Impact factor 8.15
सारांश - जिन्हें आमतौर पर हिजड़े के रूप में जाना जाता है, वे अपने बुनियादी मानवाधिकारों के लिए बहुत पहले से लड़ रहे हैं। भारतीय समाज विशेष रूप से प्राचीन काल से ट्रांसजेंडरों के साथ होने वाले कष्टों, अपमानों और भेदभावपूर्ण व्यवहार का गवाह रहा है। जहाँ मानव बिरादरी का एक वर्ग जीवन की सभी सुविधाओं से लैस है और चाँद पर अपना अगला घर बनाने की योजना बना रहा है, वहीं दूसरी ओर हिजड़ा समुदाय अभी भी एक सामान्य इंसान के रूप में अपनी पहचान के लिए रो रहा है। पूरे विश्व का तेजी से आर्थिक और सांस्कृतिक विकास दुनिया भर में ट्रांसजेंडर की स्थिति में कोई अंतर नहीं ला सका और यहां तक कि समकालीन समय में भी वे सामाजिक वरिष्ठों द्वारा पीड़ित हैं। भारतीय संविधान और कई अन्य अंतरराष्ट्रीय दस्तावेज सभी व्यक्तियों की समानता और उनके विभिन्न अधिकारों के संरक्षण की बात करते हैं। देश की शीर्ष अदालत ने NALSA बनाम UOII के मामले में भी ट्रांसजेंडर को तीसरे लिंग के रूप में मान्यता दी है। लेकिन यह कटु सत्य है कि दुर्व्यवहार, मारपीट, दुर्व्यवहार, यौन और अन्य उत्पीड़न बहुत ही सामान्य अपराध हैं जो आमतौर पर इन लोगों के साथ होते हैं। दुनिया भर के कई देश अब ट्रांसजेंडर मुद्दे पर संवेदनशील हो रहे हैं और उनके अधिकारों की रक्षा करने वाले कानून बना रहे हैं। अब समय आ गया है कि इस सामान्य मिथक को तोड़ा जाए कि मानव समाज केवल स्त्री और पुरुष के दोहरे ढांचे पर आधारित हो सकता है और हमें अपने सामाजिक ढांचे में ट्रांसजेंडर को समायोजित करना होगा।
Keywords:
मुख्य शब्द - ट्रांसजेंडर, संविधान, सरकार, अपराध आदि।
Cite Article:
"भारत में ट्रांसजेंडर के अधिकार", International Journal of Science & Engineering Development Research (www.ijsdr.org), ISSN:2455-2631, Vol.8, Issue 8, page no.461 - 466, August-2023, Available :http://www.ijsdr.org/papers/IJSDR2308066.pdf
Downloads:
000338720
Publication Details:
Published Paper ID: IJSDR2308066
Registration ID:208159
Published In: Volume 8 Issue 8, August-2023
DOI (Digital Object Identifier): https://doi.org/10.5281/zenodo.8373776
Page No: 461 - 466
Publisher: IJSDR | www.ijsdr.org
ISSN Number: 2455-2631
Facebook Twitter Instagram LinkedIn