INTERNATIONAL JOURNAL OF SCIENTIFIC DEVELOPMENT AND RESEARCH International Peer Reviewed & Refereed Journals, Open Access Journal ISSN Approved Journal No: 2455-2631 | Impact factor: 8.15 | ESTD Year: 2016
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कृषि तकनीक का बदलता स्वरूप हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा का एक तुलनात्मक अध्ययन
Authors Name:
Ashok kumar
, Naresh kumar
Unique Id:
IJSDR2402018
Published In:
Volume 9 Issue 2, February-2024
Abstract:
अंग्रेजी का शब्द एग्रीकल्चर लैटिन भाषा के दो शब्दों में एगर तथा कल्चरा से मिलकर बना है। एगर का अर्थ है भूमि और कल्चरा का अर्थ है जुताई करना इस प्रकार एग्रीकल्चर या कृषि का अर्थ है भूमि की जुताई करना तथा पशुओं का पालन करना। दूसरे शब्दों में कृषि विज्ञान को वह शाखा है। जिसमें फसलों को गाने वह पशुओं को पालने का ध्यान किया जाता है। भारत में हरित क्रांति की सफलता के बावजूद अब भी भारतीय कृषि कई समस्याओं से ग्रसित है यहाँ भूमि अधिकार के संबंध में अब भी अर्द्ध सामंती व्यवस्ता पाई जाती है। कास्तकारो को अभी भी भूमि संबंधी अधिकार पूर्ण रूप से प्राप्त नहीं हुए हैं कृषि क्षेत्र में श्रम की स्थिति भी अच्छी नहीं है अधिकांश कृषि श्रमिकों की आय काफी कम है। यदि हरित क्रांति के क्षेत्र को छोड़ दिया जाए तो अब भी कई भागों में परंपरागत कृषि पद्धति को अपनाया जा रहा है भारतीय कृषि बाढ़ सूखा जैसी प्राकृतिक समस्याओं से भी ग्रसित है। आज भी भारतीय कृषि उत्पादन का स्तर बहुत हद तक मानसून तय करता है यही कारण है कि भारतीय कृषि को मानसून का जुआ कहा जाता है। भारत में ऋतुओं के आधार पर तीन प्रकार की फसलों में वर्गीकृत कर सकते हैं। पशुपालन भी कृषि व्यवसाय की एक शाखा है जिसमें कई प्रकार के पशुओं को उनके दूध अंडे व अन्य उत्पादों के लिए पाला जाता है भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि व पशुपालन का विशेष महत्व है सकल घरेलू कृषि उत्पाद में पशुपालन का 28.30% का योगदान सरहनीय है जिसमें दुग्ध एक ऐसा उत्पाद है जिसका योगदान सर्वाधिक है भारत में विश्व की कुल संख्या का 15% गाये एवं 55% भेड़ें हैं और देश के कुल दुग्ध उत्पादन का 53% भैंसो हुआ, 43% गायों और 3% बकरियों से प्राप्त होता है। भारत लगभग 121.8 मिलियन टन दुग्ध उत्पादन करके विश्व में प्रथम स्थान है जो की एक विशाल है यह उपलब्धि पशुपालन से जुड़े विभिन्न पहलुंओ जैसे मवेशियों की नस्ल पालन पोषण, स्वास्थ्य एवं आवास प्रबंधन इत्यादि में किए गए अनुसंधान एवं उसके प्रचार-प्रसार का परिणाम है लेकिन आज भी कुछ अन्य देश की तुलना में हमारे पशुओं का दुग्ध उत्पादन अत्यंत कम है और इस दिशा में सुधार की बहुत संभावनाएं है।
Keywords:
Cite Article:
"कृषि तकनीक का बदलता स्वरूप हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा का एक तुलनात्मक अध्ययन", International Journal of Science & Engineering Development Research (www.ijsdr.org), ISSN:2455-2631, Vol.9, Issue 2, page no.111 - 117, February-2024, Available :http://www.ijsdr.org/papers/IJSDR2402018.pdf
Downloads:
000338720
Publication Details:
Published Paper ID: IJSDR2402018
Registration ID:210014
Published In: Volume 9 Issue 2, February-2024
DOI (Digital Object Identifier):
Page No: 111 - 117
Publisher: IJSDR | www.ijsdr.org
ISSN Number: 2455-2631
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