नैतिकता की गूंज: प्राचीन और समकालीन भारतीय नैतिक शिक्षा प्रथाओं का विश्लेषण
सच्चिदानन्द कुमार
, प्रोफेसर जनार्दन प्रसाद शुक्ला , डॉ. चेतलाल प्रसाद
नैतिकता, नैतिक शिक्षा, भारत, प्राचीन, समकालीन, मूल्य, परंपरा, शिक्षाशास्त्र, धर्मशास्त्र, वेद, उपनिषद, समाज, सिद्धांत।
यह अनुसंधान "प्राचीन और समकालीन भारतीय नैतिक शिक्षा प्रथाओं का विश्लेषण" के विषय में है, जिसमें हमने भारतीय संस्कृति में नैतिक शिक्षा के प्राचीन और समकालीन प्रथाओं का अध्ययन किया है। हमने प्राचीन नैतिक शिक्षा प्रथाओं के मूल्यों के स्रोतों का परिदर्शन किया और समकालीन नैतिक शिक्षा प्रथाओं के मूल नैतिकता के अनुपालन के प्रति उनके महत्व को समझाया। इसके साथ ही, हमने शिक्षा की तकनीकों के प्राचीन और समकालीन नैतिक शिक्षा प्रथाओं में उपयोग का परिदर्शन किया और मूल नैतिक सिद्धांतों के अनुपालन की महत्वपूर्णता को प्रमोट करने के तरीकों का अध्ययन किया। हमारे परिणाम से स्पष्ट होता है कि प्राचीन और समकालीन नैतिक शिक्षा प्रथाएँ समाज के विकास और मूल नैतिकता के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करती हैं।
"नैतिकता की गूंज: प्राचीन और समकालीन भारतीय नैतिक शिक्षा प्रथाओं का विश्लेषण", IJSDR - International Journal of Scientific Development and Research (www.IJSDR.org), ISSN:2455-2631, Vol.7, Issue 11, page no.1322 - 1325, November-2022, Available :https://ijsdr.org/papers/IJSDR2211201.pdf
Volume 7
Issue 11,
November-2022
Pages : 1322 - 1325
Paper Reg. ID: IJSDR_208424
Published Paper Id: IJSDR2211201
Downloads: 000347240
Research Area: Other
Country: -, -, India
ISSN: 2455-2631 | IMPACT FACTOR: 9.15 Calculated By Google Scholar | ESTD YEAR: 2016
An International Scholarly Open Access Journal, Peer-Reviewed, Refereed Journal Impact Factor 9.15 Calculate by Google Scholar and Semantic Scholar | AI-Powered Research Tool, Multidisciplinary, Monthly, Multilanguage Journal Indexing in All Major Database & Metadata, Citation Generator
Publisher: IJSDR(IJ Publication) Janvi Wave