INTERNATIONAL JOURNAL OF SCIENTIFIC DEVELOPMENT AND RESEARCH International Peer Reviewed & Refereed Journals, Open Access Journal ISSN Approved Journal No: 2455-2631 | Impact factor: 8.15 | ESTD Year: 2016
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लोकतंत्र को प्रभावित करने वाले कारक: भारत के संदर्भ में एक अध्ययन
Authors Name:
डॉ. जगदीश प्रसाद
, श्री ललन कुमार मंडल
Unique Id:
IJSDR2303192
Published In:
Volume 8 Issue 3, March-2023
Abstract:
लोकतंत्र की उत्पत्ति प्राचीन काल से एक पौराणिक शहर एथेंस में पाई जा सकती है। प्राचीन सभ्यताओं में से एक भारत में थी। पूरे वैदिक काल में सभाओं और समितियों का अस्तित्व यहीं से शुरू होता है, जहां से भारत के लोकतंत्र का इतिहास शुरू होता है। अधिकांश प्राचीन शहर और राष्ट्र राजशाही थे, हालांकि उनमें से सभी नहीं थे। लोकतंत्र का विचार गायब नहीं था और पूरे मुगल काल में कई रूपों में मौजूद था। भारत पर ब्रिटिश का कब्जा तब हुआ था जब लोकतंत्र का विचार सबसे पहले अपने नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण हो गया था। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्रों में से एक भारत में है, भारत में दुनिया की सबसे बड़ी मत देने वाली आबादी है। भारत में दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान भी है। अपनी स्थापना के बाद से, भारत ने एक प्रगतिशील रुख अपनाया है। भारतीयों ने महिलाओं को मत देने का अधिकार दिया है, प्रत्येक नागरिक के मौलिक अधिकारों की रक्षा की है और शक्तियों के पृथक्करण के सिद्धांत को शामिल किया है। भारतीयों ने धर्मनिरपेक्षता जैसे सिद्धांतों को भी शामिल किया है, जो अभी भी अन्य लोकतंत्रों में व्यापक रूप से प्रचलित नहीं हैं, लेकिन भारतीय संविधान में यह शुरुआत से ही शामिल हैं। भारत मे लोकतांत्रिक के अस्तित्व और विस्तार की गारंटी देने वाला प्रमुख साधन भारत का संविधान है।
Keywords:
लोकतंत्र, पृथक्करण, संविधान, मौलिक अधिकार, धर्मनिरपेक्ष, स्वतंत्रता, समानता
Cite Article:
"लोकतंत्र को प्रभावित करने वाले कारक: भारत के संदर्भ में एक अध्ययन ", International Journal of Science & Engineering Development Research (www.ijsdr.org), ISSN:2455-2631, Vol.8, Issue 3, page no.1168 - 1172, March-2023, Available :http://www.ijsdr.org/papers/IJSDR2303192.pdf
Downloads:
000337348
Publication Details:
Published Paper ID: IJSDR2303192
Registration ID:204797
Published In: Volume 8 Issue 3, March-2023
DOI (Digital Object Identifier):
Page No: 1168 - 1172
Publisher: IJSDR | www.ijsdr.org
ISSN Number: 2455-2631
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